Jaun Elia: Ek Ajab Ghazab Shayar
L**P
worth it ..
Love it !!
P**N
Beautiful book
Fabulous book. This is the best seller❤️❤️😎.
A**R
Overall good
It is good but the quality of the page could have been better.
U**G
बहुत सुन्दर
जौन एलियाएक अजब गजब शायरमुन्तजिर फिरोजाबादीहिन्द युग्मकुछ शेर पुस्तक से जो मुझे अच्छे लगे आप लोगो से साझा कर रहा हूँचारसाजो की चरासाजी सेदर्द बदनाम तो नहीं होगाहाँ दवा दो, मगर ये बतला दो,मुझको आराम तो नहीं होगाचारसाजो- चिकित्सकों(यह पुस्तक मे ही अर्थ दिये हुए है पाठक की सहायता के लिए )रंग की अपनी बात है वरनाआखिरश खून भी तो पानी हैयूँ जो तकता है आसमान को तूकोई रहता है आसमान मे क्या?ये मुझे चैन क्यों नहीं पड़ताएक ही शख्स था जहान मे क्या?मिल रही हो बड़े तपाक के साथमुझको यक्सर भुला चुकी हो क्यातपाक - गर्मजोशीयक्सर - पूराएक हुनर है जो कर गया हूँ मैसब के दिल से उतर गया हूँ मैआज का दिन भी ऐश गुजरासर से पा तक बदन सलामत हैबिन तुम्हारे कभी नहीं आईक्या मिरी नींद भी तुम्हारी हैनया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हमबिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हमएक ही हादसा तो है और वो ये के आज तकबात नहीं कही गई बात नहीं सुनी गईज़ख्म पहले के अब मुफीद नहींअब नये जख्म खाए जायेंगेमुफीद - फायदा करने वालातू भी चुप है मै भी चुप हूँ ये कैसी तन्हाई हैतेरे साथ तेरी याद आई, क्या तू सचमुच आई हैबहुत नजदीक आती जा रही होबिछड़ने का इरादा कर लिया क्यासब दलीले तो मुझको याद रहीबहस क्या थी उसी को भूल गयासब बुरे मुझको याद रहते हैजो भला था उसी को भूल गयाआग, दिल शहर मे लगी जिस दिनसबसे आखिर मे वाँ से हम निकलेकभी ख़ुद से मुकर जाने मे क्या हैमै दस्तावेज पे लिखा हुआ नईअपने सब यार काम कर रहे हैऔर हम है कि नाम कर रहे हैहै अजब फैसले का सहरा भीचल न पड़िये तो पाँव जलते हैसहरा - रेगिस्तानतुझको भूला नहीं वो शख्स कि जोतेरी बाँहो मे भी अकेला थाइक नफ़स है दो नफ़स के बीचहोके हाइल पड़ा तड़पता हैनफ़स - साँसहाइल - बीच मेगिरने वाली अन तमीरो मे भी एक़ सलीका थातुम ईटो कि पूछ रहे हो मिट्टी तक हमवार गिरीतमीरो - बनी हुई इमारतेहमवार - एक़ साथये पैहम तल्ख़कामी सी रही क्या?मुहब्बत जहर खा के आई थी क्या?पैहम- लगातारतल्ख़कामी- कड़वाहटबे-दली क्या यूँही दिन गुजर जाएंगेसिर्फ जिन्दा रहे हम तो मर जाएंगेबे-दली- उदासीमै रहा उम्र भर जुदा ख़ुद सेयाद मै ख़ुद को उम्र भर आयातुम ने एहसान किया था जो हमें चाहा थाअब वो एहसान जता दो तो मजा आ जाएकिसी सूरत उन्हें नफरत हो हमसेहम अपने ऐब ख़ुद गिनवा रहे हैंऔर भी बहुत ज्यादा कुछ हैं ❤️❤️.......एक़ पाठक कि कलम सेCA CS उत्कर्ष गर्ग
M**.
Yun jo takta hai asmaan ko tu, koi rehta hai asmaan mein kyaa!!!
Ek hi hadsa toh hai, aur wo yeh ki,Baat nahi suni gayi, baat nahi kahi gayi......
S**
Mst hai ktb
Mst kitab hai ❤️
A**I
Pdiye ga jarur
Must buy product
N**L
Sahi hai
Nice
ترست بايلوت
منذ يوم واحد
منذ أسبوعين